शुभकामना संदेश
गोपाल शरण गर्ग राष्ट्रीय अध्यक्ष, अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन
अग्रवाल समाज के लोग महाराजा अग्रसेन जी की कर्मभूमि अग्रोहा (हरियाणा) से निकलकर अपने व्यवसाय एवं नौकरी के लिए भारत वर्ष में चारों ओर बस गए। जहाँ-जहाँ भी वे गए अपने व्यवसाय के साथ-साथ सामाजिक व धार्मिक कार्यों में भी रूचिपूर्वक बढ़-चढ़कर भाग लेते रहते हैं। मुझे श्री अग्रसेन स्मारिका श्री देस राज बंसल जी से प्राप्त हुई थी मैने उसका अवलोकन किया ।
मैं समझता हूँ यह बहुत ही गर्व की बात है कि रोहतक के अग्रबंधु भी महाराजा अग्रसेन विकास ट्रस्ट एवं सेवा सदन ट्रस्ट के माध्यम से समाज सेवा में जुटे हुए हैं। रोतहक में झज्जर बाई पास पर” महाराजा अग्रसेन चौक” का भव्यतापूर्वक निर्माण – “एक रूपया एक ईंट” दर्शाता हुआ समतावाद का प्रतीक एक अति उत्तम कार्य है। महाराजा अग्रसेन जी के जीवन चरित्र पर एवं सामाजिक अनेको लेख स्मारिका में प्रकाशित करवाने से यह पत्रिका अग्र बंधुओं के लिए और अधिक उपयोगी हो जाती है। मै इस कार्य की सराहना करता हूँ ।
मुझे यह जानकर अत्यन्त प्रसन्नता हुई कि ये ट्रस्ट पिछले कई वर्षों से महाराजा अग्रसेन जी की जयन्ती बड़ी धूमधाम से मनाते आ रहे हैं तथा इसी अवसर पर ‘निःशुल्क वैवाहिक परिचय सेवा केन्द्र’ के सहयोग से अग्रवाल परिवारों की विवाह योग्य सन्तानों के लिए शादी से संबंधित विवरणों सहित “श्री अग्रसेन स्मारिका” भी प्रतिवर्ष प्रकाशित करवाते हैं। यह एक बहुत ही प्रशंसनीय एवं अनूठा प्रयास है। यह स्मारिका जहां एक ओर अग्र समाज के बच्चों के रिश्ते बनाने में सहायक होगी वहीं दूसरी ओर समाज के पारस्परिक संबंध जोड़ने व सुधारने में भी उपयोगी सिद्ध होगी।
मैं “श्री अग्रसेन स्मारिका नवम् संस्करण” के प्रकाशन में कार्यरत सभी बंधुओं को बधाई देता हूँ, जो अपना अमूल्य समय समाज को दे रहे हैं, इनकी जितनी प्रशंसा की जाए कम है। मैं आशा करता हूँ कि ‘श्री अग्रसेन स्मारिका 2023-24’ का प्रकाशन जिस उद्देश्य से किया गया है, वह फलीभूत हो। मैं इसके सफल प्रकाशन के लिए हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित करता हूँ ।